Monday, June 6, 2011

"कैप्टन कूल" सपनों की उड़ान जारी.........

कैप्टन कूल इस समय कूल कूल नजर आ रहे है , उनके सपनो की उड़ान थमने का नाम ही नही ले रही है! पहले टीम इंडिया को २८ बर्षो के लम्बे अंतराल के बाद विश्व विजेता का गौरव दिलाना और अब अपनी कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स को आई पी एल का लगातार दूसरी बार ताज दिलाना महेंद्र सिंह धोनी की ना थमने वाली सपनो की उड़ान को दर्शाता है! एतिहासिक पुरुष की श्रेणी में शुमार किये जाने वाले माही ने बहुत कम समय में उस शिखर को छू लिया जिसको छूने के लिए क्रिकेटर अपनी सारी जिंदगी लगा देता है, लेकिन माही ने सपनो की उड़ान में सफ़र करने से पहले मेहनत और जूनून से उन सपनो को बुना जो सिर्फ आज उनके है! २०-२० विश्व कप को पहली बार अपने घर लाना भी उनके सपनो में शामिल था! उनके सपनो की लम्बी शायद अब रूकने वाली नही है! कैप्टन कूल हेलीकाप्टर शोट के सहारे अपनी सफलता को नया आयाम देना चाहते है जबकि उनके प्रसंसक फिर से उनका दनदनाता हेलीकाप्टर शोट देखना चाहते है!



कैप्टन कूल की कलाकारी, चेन्नई ने फिर बाजी मारी-चेन्नई सुपर किंग्स ने आई पी एल का चौथा संस्करण अपने नाम कर यह दिखा दिया की विजेता बनने के लिए सिर्फ तेजतर्रार बल्लेबाजी की काफी नही कई बार खेल दिमागी रणनीति से भी जीता जाता है! कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी दिमागी रणनीति व यकायक फैसला लेने की उनकी कला ने



के खिलाफ खेले गए फ़ाइनल में कुछ ही समय में परिवर्तन ला दिया! चेन्नई के द्वारा रखे गए 205 रनों के विशाल स्कोर का पीछा करने उतरी रोंयल चेलेंजर्स माही के दाव पेंच के बीच उलझ कर 147 रन ही बना पाई!माही की दिमागी कसरत उस समय दिखी जब मैच शुरू होने के कुछ ही समय में गेंद केरम बाल एक्सपर्ट रामचंद्रन आश्विन को सौंप दी गई! आश्विन के पहले ओवर की पहली ही गेंद केरेबियाई तूफ़ान को गच्चा दे सीधे धोनी के दस्तानो में चली गई! गेल के सफ़र का ये सबसे खराब प्रदर्शन था जिसने बेंगलूरू को हार के कगार पर ला खड़ा किया! गेल के टीम में रहते बेंगलूरू पदक तालिका में सबसे ऊपर नजर आ रहा था लेकिन आश्विन ने फ़ाइनल में सब कुछ बदल डाला! बेंगलूरू को हराने में चेन्नई के ओपनर मुरली विजय के 52 गेंदों पर 95 रन व माइक हसी के 45 गेंदों पर 63 दोनों के 159 रनों की साझेदारी अहम् साबित हुई!
गेल की तूफानी रेल- केरेबियाई हीटर क्रिस गेल जिनके आई पी एल में शामिल होते ही तूफ़ान की तरह गर्जनाएं होने लगी! हर कोई उनकी बल्लेबाजी से वाकिफ था ! वेस्टइंडीस बोर्ड से बाहर किये जाने के बाद उनकी निगाह आई पी एल पर टिकी थी उनको उम्मीद थी की नीलामी में उनकी भी बोली लगे जायेगी लेकिन ऐसा नही हुआ! उन्हें शुरू में किसी भी टीम ने नही ख़रीदा लेकिन बेंगलूरू के मालिक विजय माल्या ने उन पर बीच में दाव खेल कर आई पी एल में रोमांच को बढ़ा दिया! गेल ने भी माल्या को निराश नही किया और आते ही पहले मैच में ताबड़तोड़ शतक के जरिये अपने मंसूबे दर्शा दिए! गेल ने अपनी इस ताबड़तोड़ पारी में छक्कों की बारिश करते हुए एक मैच में सबसे ज्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड भी कायम किया! आई पी एल के इस सीजन में गेल के आग उगलते बल्ले ने 12 मैच में 44 छक्के लगाकर सर्वाधिक छक्के का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया! गेल के आई पी एल में आते ही बेंगलूरू टीम की किस्मत गेल से जुड़ गई थी उनके आने के बाद बेंगलूरू ने लगातार आठ मैच में जीत दर्ज करके सबसे ऊपर नजर आ रहा था! गेल की तूफानी रेल शायद किसी से नही नही रुकने वाली थी! गेल ने आई पीएल का नजारा बदलते हुए अपनी तूफानी पारियों के दम पर 12 मैच खेलकर सर्वाधिक 608 रन बनाकर ओरेंज को अपने नाम किया! उनकी इस ओरंज केप में दो शतक, तीन अर्धशतक शामिल थे ! वाकई ये केरेबियाई हीटर गेल की रेल थी जिसने हर मैच में प्रसंसकों को अपनी रफ़्तार से रूबरू कराया लेकिन फ़ाइनल में बेंगलूरू की नैया पार नही लगा सके! आश्विन की केरम बाल ने गेल की रेल को पटरी पर चढ़ने से पहले ही उतारदिया!

बेल्थाती की खोज- आई पी एल का चौथा सीजन बेल्थाती की खोज के नाम रहा! चौथे सीजन में कई रिकॉर्ड बने कई धराशाही हुए इन सबके बीच पंजाब किंग्स इलेवन में एक चहरा कुछ करके जाने को बेताब दिखाई दे रहा था वो था पॉल बेल्थाती जिसने कुछ ही मैच के अनुभव को अपनी ताकत में तब्दील करके वो कर दिखाया जो हर क्रिकेटर करना चाहते है लेकिन किस्मत हर किसी के साथ नही होती! उनके आने के साथ ही छक्कों की बारिश भी जैसे आ गई थी! चेन्नई के खिलाफ 60 गेंदों में 120 रनों की आक्रामक और धेर्य से खेली गई उनकी पारी जिसमे 19 चौके व 2 छक्के शामिल थे! उनकी इस पारी से पंजाब किंग्स इलेवन के कॅप्टन एडम गिलक्रिस्ट उनके फेन हो गए! पंजाब की सह मालकिन प्रीटी जिन्टा को भी लगने लगा की बेल्थाती उनकी टीम को इस बार आई पी एल का खिताब जरूर दिलाएगा! अपनी आक्रामक स्ट्रोक व धेर्य की बदोलत उनका नाम ओरंज केप की दौड़ में शामिल था लेकिन अंत में जाकर पिछड़ जाने की वजह से वो ओरंज केप को अपना नही बना सके! क्रिकेट के भगवान भी उनकी प्रसंसा करने से नही चुके! सचिन का कहना था की बेल्थाती जैसे खिलाड़ियों के लिए ही आई पी एल बना है जितना खेल सकते हो खेलों और अपने खेल से पूरी दुनिया को अपना दीवाना बना लो! आई पी एल के ख़त्म होते ही बेल्थाती भी कही गुम न हो जाये इसलिए कई खिलाड़ियों ने वेस्टइंडीस दौरे के लिए उनके नाम का सुझाव बीसीसीआई को भेजा लेकिन उनका टीम में ना चुना जाना उनके अनुभव का बीच में आना रहा है!


आईपीएल की रंगीन राते- आई पी एल में चौके छक्कों की बरसात के साथ कई खुलासों का भी जन्म हुआ! इन खुलासों में सबसे बड़ा खुलासा चीयरलीडर के साथ अभद्रता व बदसलूकी का था! साउथ अफ्रीका की एक
चीयरलीडर
गेबरियेला पास्कोलेटाने अपने ब्लॉग में कुछ क्रिकेटर के बारे में लिखा की मैच ख़त्म होने के बाद चीयरअप पार्टीज के दौरान क्रिकेटर सबसे ज्यादा अभद्र हरकतों को जन्म देते है! इस सनसनीखेज खुलासे के बाद गेबरियेला को आई पी एल से बाहर का रास्ता दिखा दिया है! गेबरियेला का कहना था की मैंने जो अनुभव किया वही मैंने अपने ब्लॉग में लिखा लेकिन अब मैं कानूनी कार्यवाही करने पर विचार कर रही हूँ! गेबरियेला का कहना था की मैंने कभी नही सोचा था की भद्र जनों का खेल समझा जाने वाअला एक खेल इतना अभद्र होगा! पस्कोलेटा ने अभद्र क्रिकेटरों के बारे में बताते हुए कहा की मैच के बाद विशेष पार्टी का आयोजन होता था और रात में तो इन्तहा ही हो जाती थी, ड्रिंक बहती, म्यूजिक चलता, और वीआईपी कमरों में क्या चल रहा है ये तो बताने लायक ही नही है! विदेशी खिलाड़ियों को सबसे ज्यादा अभद्र बताते हुए साउथ अफ्रीका के कैप्टन ग्रीम स्मिथ को सबसे अभद्र व बेहूदा बताया! ये सनसनीखेज खुलासा आई पी एल की रंगीन रातों और क्रिकेटरों के काले सच को सामने रखता है ! इस तरह के खुलासे क्रिकेट और प्रसंसकों की दूरियाँ तय करते है!


Saturday, June 4, 2011

क्या हम फिर से मिलने आयेंगे क्या हम फिर प्यार का का घर बनायेंगे
ये वक़्त साथ देगा सोचता हूँ एक पल सोचता हूँ फिर टहर जाता हूँ
लेकिन क्या कहू क्या करू कुछ समझ नही आता क्या करू अब तो
कुछ हम पर भी अहसान करो अब मेरी गलती माफ़ करो
मेरा ऐसा अपना पण ले डूबा मुझे माफ़ कर k